Gaudhaam Products

Dant Shanti

दंत शांति मसूड़ों में दर्द होने पर, दातों में ठण्डा-गर्म लगाने के कारणों में तुरन्त राहत दे और मसूडें मजबूत बनाएं। 

दाँतों के कीड़े, पायरिया (मसूड़ों से खून या पस का आना), मुँह से बदबू आना, मसूड़ों की सूजन, मुँह में होने वाले समस्त रोगों को दूर करता है एवं दाँतो को स्वस्थ बनता है। 

मुंह और मसूड़ों के आसपास दर्द होना, मसूड़े फूलना, छूने पर मसूड़ों में दर्द होना आदि समस्याओं का समाधान। 

प्रयोग विधि : दन्त शांति मंजन को दिन में दो बार अगुंली से दाँतों और मसूड़ों पर लगाये और मालिश (मसाज) करें , मालिश के 10 मिनट बाद गर्म या ताजे पानी से कुल्ला करें।

Dard Shudha

With developing age joints of the body start debilitate and eventually may experience the ill effects of the serious agony while our body makes developments. Dard Sudha oil with mitigating and incredible mix of natural herbal oils gives help from joint agony, aggravation, irritation and some other joint uneasiness. 

Instructions to Utilize Dard Sudha Oil? 

Delicately rub the Dard Sudha oil on the influenced region.
Apply it 2-3 times per day for best result.

Dard Shudha Pain Relief Oil - 100ml

Experience natural effectiveness 100% Ayurvedic Herbs oil to relieves the joints pain. 

घुटने एवं हँडियो के दर्द का रामबाण इलाज, शरीर के संधि वात सम्बन्धी दर्द में लाभकारी

बढ़ती उम्र के साथ-साथ हमारे शरीर के जोड़ कमजोर पड़ने लगते हैं और अंतत: हमारा शरीर गंभीर पीड़ा का अनुभव करने लगता हैं तथा समय के साथ-साथ यह पीड़ा बढ़ती ही चली जाती है। 

दर्द सुधा तेल प्राकृतिक हर्बल के शमन और अविश्वसनीय मिश्रण जोड़ों की पीड़ा, जलन और अन्य जोड़ों की बेचैनी में आराम देता है।

दर्द सुधा तेल उपयोग करने के निर्देश:

प्रभावित क्षेत्र पर तेल की कोमलता से मालिश करें।
सर्वोत्तम परिणाम के लिए इसे प्रति दिन 2-3 बार लगाएं।

Nasya Sudha

1. नस्य सुधा नाक में डालने से पागलपन दूर होता है।

2. नस्य सुधा नाक में डालने से एलर्जी खत्म हो जाती है।

3. नस्य सुधा नाक में डालने से लकवा का रोग में भी उपचार होता है।

4. अगर आप नस्य सुधा की कुछ बूँदें दिन में तीन बार, नाक में प्रयोग करेंगे तो यह त्रिदोष (वात पित्त और कफ) को संतुलित करता है।

5. दो बूंद देसी नस्य सुधा नाक में सुबह शाम डालने से माइग्रेन दर्द ठीक होता है।

6. नस्य सुधा नाक में डालने से कान का पर्दा बिना ओपरेशन के ही ठीक हो जाता है।

7. नस्य सुधा डालने से नाक की खुश्की दूर होती है और दिमाग तरोताजा हो जाता है।

8. नस्य सुधा नाक में डालने से कोमा से बाहर निकल कर चेतना वापस लोट आती है।

9. नस्य सुधा नाक में डालने से बाल झडना समाप्त होकर नए बाल भी आने लगते है।

10. नस्य सुधा को नाक में डालने से मानसिक शांति मिलती है, याददाश्त तेज होती है।

11. हाथ पाव मे जलन होने पर नस्य सुधा को तलवो में मालिश करें जलन ठीक होता है।

12. हिचकी के न रुकने पर खाली नस्य सुधा का आधा चम्मच खाए, हिचकी स्वयं रुक जाएगी।

13. नस्य सुधा का नियमित सेवन करने से एसिडिटी व कब्ज की शिकायत कम हो जाती है।

14. नस्य सुधा से बल और वीर्य बढ़ता है और शारीरिक व मानसिक ताकत में भी इजाफा होता है.!

15. नस्य सुधा से बच्चों को छाती और पीठ पर मालिश करने से कफ की शिकायत दूर हो जाती है।

16. अगर अधिक कमजोरी लगे, तो एक गिलास दूध में एक चम्मच नस्य सुधा और मिश्री डालकर पी लें।

17. हथेली और पांव के तलवो में जलन होने पर नस्य सुधा की मालिश करने से जलन में आराम आयेगा।

18. नस्य सुधा न सिर्फ कैंसर को पैदा होने से रोकता है और इस बीमारी के फैलने को भी आश्चर्यजनक ढंग से रोकता है।

19. फफोलो पर नस्य सुधा लगाने से आराम मिलता है।

20. नस्य सुधा की झाती पर मालिस करने से बच्चो के बलगम को बहार निकालने मे सहायक होता है।

21. सिर दर्द होने पर शरीर में गर्मी लगती हो, तो नस्य सुधा की पैरों के तलवे पर मालिश करे, सर दर्द ठीक हो जायेगा।

Kodhara

Best use of Kodhara:

Put 2 drops of Kodhara Oil on cloth to smell it, it helps to increase the Oxygen level quickly.
Kodhara Oil proves to be very helpful in stomach related diseases like stomach pain, diarrhea, gastric problem.
Massaging the Kodhara Oil on the abdomen reduces stomach stiffness.
If the nose is blocked, add few drops in boiled water and take stream. You will get relief in the cold.
Massage the Kodhara Oil on knee pain or any pain in our body.
In case of gastric problem, drink half a cup of water by adding 2 drops of Kodhara Oil in it.
If there is pain in the teeth, applying Kodhara inside the mouth with cotton to remove the pain.
In case of headache, apply few drops of Kodhara around the head to get the instant relief.
After eating, drinking 2-3 drops of Kodhara in cold water better digestion and to digest food quickly.
Kodhara is also very beneficial in ulcers.
In case of hiccups, keep the Kodhara 2 drops in the mouth, you will get relief.

Safety Tips: 
Store in a cool dry place away from direct daylight 
Keep away from the kids reach
Use only recommended dosage

कोधारा की 2 बूंदें कपड़े पर डाल कर सूंघने, इससे ऑक्सीजन का स्तर तेजी से बढ़ता है।
पेट दर्द, डायरिया, गैस्ट्रिक प्रॉब्लम जैसे पेट से जुड़े रोगों में कोधारा काफी मददगार साबित होता है।
अगर नाक बंद है तो उबले हुए पानी में कोधारा की कुछ बूंदे डालकर कोधारा का सेवन करें जुखाम में आराम मिलेगा।
घुटने के दर्द या हमारे शरीर में किसी भी दर्द पर कोधारा की मालिश कर गर्म कपड़ा लपेटे।
गैस्ट्रिक समस्या होने पर आधा कप पानी में 2 बूंद कोधारा तेल की मिलाकर पीएं।
दांत में दर्द हो तो दर्द को दूर करने के लिए रुई से मुंह के अंदर कोधारा लगाने से दर्द दूर हो जाता है।
सिर दर्द होने पर कोधारा की कुछ बूंदें सिर पर लगाने से तुरंत आराम मिलता है।
खाने के बाद कोधारा की 2-3 बूंद ठंडे पानी में मिलाकर पीने से पाचन क्रिया बेहतर होती है और खाना जल्दी पचता है।
कोधारा अल्सर में भी बहुत फायदेमंद होता है।
हिचकी आने पर कोधारा की 2 बूंद मुंह में डालें, आराम मिलेगा।

सुरक्षा उपाय:
आँखों से दूर रखें। 
दिन के उजाले से दूर रखें।
ठंडी व सूखी जगह पर स्टोर करें।
बच्चों की पहुंच से दूर रखें।
केवल बताई गयी खुराक का प्रयोग करें।

Ingredients of Kodhara:
Trachyspermum Ammi
Cinnamomum Camphora
Mentha Spicata

Charm Sudha 100ml

Beneficial in ringworm, scabies, itching, bruises, cut, cracked heels, Shingles and all skin diseases

चर्म सुधा दाद, खाज, खुजली, चोट, कटा, फटी ऐड़िया तथा त्वचा के सभी रोगों में लाभकारी।

दाद (Shingles) का सम्पूर्ण इलाज।

Gomay Mala

Gomay Mala

साथ ही गोबर आधारित सभी उत्पादों जैसे पेंट आदि में एंटीबैक्टीरियल गुण भी पाए जाते हैं जिस कारण इसका उपयोग करने से कई तरह के जीवाणु स्वत: ही नष्ट हो जाते है

5g नेटवर्क के रेडिएशन से बचाव हेतु गौमय से बनी रेडिएशन चिप मोबाईल, कम्प्यूटर, लैपटॉप, इलेक्ट्रिक बोर्ड, टीवी इत्यादि में लगाकर रखें।

Bartan Suddhi 400gm

Cow Dung Ash is used as natural dish washer. It helps prevent formation of a white layer on utensils after they are washed and dried. It also helps efficiently clean tough oil and grease stains, removes malodorous and leaves your utensils gleaming.

Cow Dung Ash is a readily available source of potassium, calcium and magnesium which are essential for everyone health.

Cow Dung Ash is also useful for pest control. The salt in the Cow Dung Ash will kill bothersome pests like snails, slugs and some kinds of soft bodied invertebrates.

गाय के गोबर की राख (बर्तन शुद्धि) का उपयोग प्राकृतिक बर्तन सफा पाउडर के रूप में किया जाता है। यह धोने और सूखने के बाद बर्तनों पर सफेद परत बनने से रोकने में मदद करता है। यह तेल और ग्रीस के दागों को भी कुशलतापूर्वक साफ करने में भी मदद करता है, बर्तनों से दुर्गंध को दूर करता है और आपके बर्तन को चमकदार बनाता है।

गाय के गोबर की राख पोटेशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम का अच्छा उपलब्ध स्रोत है जो सभी के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।

गाय के गोबर की राख भी कीट नियंत्रण के लिए भी उपयोगी है। गाय के गोबर की राख में मौजूद नमक परेशान करने वाले विभिन्य कीटों (जैसे घोंघे, स्लग और कुछ अन्य प्रकार के नरम शरीर वाले अकशेरुकी जीवों) को मार देता है।

साथ ही गोबर आधारित सभी उत्पादों जैसे पेंट आदि में एंटीबैक्टीरियल गुण भी पाए जाते हैं जिस कारण इसका उपयोग करने से कई तरह के जीवाणु स्वत: ही नष्ट हो जाते है

Gomay Key Chain

Gomay Key Chain

गोमय चाबी का छल्ला

गोबर से निर्मित चाभी का छल्ला || Cow Dung based key chain

Ganesh Ji mold 10inch

Ganesh Ji mold 10inch

Gomay Medal

Gomay Medal

Gomay Product Shape cutting ABS Plastic, Premium Design Moulds

Gomay Product Shape cutting ABS Plastic, Premium Design Moulds

Gomay Uppercase Alphabet + Numeric Letters Plunger Fondant

Gomay Uppercase Alphabet + Numeric Letters Plunger Fondant

Gomay Multi-functional moulds

Gomay Multi-functional moulds

Ganesh Ji mold 13inch

Ganesh Ji mold 13inch

Gomay Plastic Brick Mould

Gomay Plastic Brick Mould

Size : 25 x 12.5 x 3 cm

Bhimseni Camphor 100gm

Bhimseni Camphor 100gm

Gaudhaam Ghee 1ltr


Eating Desi Ghee offers numerous advantages. Not only does it enhance the flavour of food, but it also provides a wealth of nutrients that help protect against illnesses. Desi ghee is a rich source of healthy fats and possesses various medicinal properties. Ayurveda has also acknowledged the benefits of Desi Ghee. As a clarified form of butter, Desi Ghee can be consumed daily before eating anything else.

Ghee contains a high amount of calories, but it is also packed with essential nutrients such as vitamins, calcium, phosphorus, minerals and potassium. These nutrients contribute to maintaining overall bodily health. Due to these benefits, health experts often recommend including ghee as part of a healthy diet.

देसी घी खाने से कई फायदे मिलते हैं. यह न केवल भोजन का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि ढेर सारे पोषक तत्व भी प्रदान करता है जो बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं। देसी घी स्वस्थ वसा का एक समृद्ध स्रोत है और इसमें विभिन्न औषधीय गुण हैं। आयुर्वेद ने भी देसी घी के फायदों को माना है। मक्खन के स्पष्ट रूप के रूप में, देसी घी का सेवन रोजाना कुछ भी खाने से पहले किया जा सकता है।

घी में उच्च मात्रा में कैलोरी होती है, लेकिन यह विटामिन, कैल्शियम, फास्फोरस, खनिज और पोटेशियम जैसे आवश्यक पोषक तत्वों से भी भरपूर होता है। ये पोषक तत्व समग्र शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में योगदान देते हैं। इन लाभों के कारण, स्वास्थ्य विशेषज्ञ अक्सर घी को स्वस्थ आहार के हिस्से के रूप में शामिल करने की सलाह देते हैं।